Thursday, June 27, 2019

भारत की पूरी तैयारी, वेस्टइंडीज की अगली बारी


भारत का विश्व कप में अब तक का सफर सुहाना रहा है। बावजूद इसके टीम इंडिया जब गुरूवार को ओल्ड ट्रैफर्ड में वेस्टइंडीज के खिलाफ उतरेगी तो उसके दिमाग में अफगानिस्तान के खिलाफ चरमाराए टॉप आर्डर के बाद मध्यक्रम की विफलता का भूत जरूर मंडराएगा। 
कहने का मतलब यह है कि टॉप ऑर्डर जब चला तो मध्यक्रम ने भी योगदान दिया, लेकिन जब टॉप आर्डर विफल रहा तो मध्यक्रम अपनी जिम्मेदारी को सही तरह से नहीं निभा पाया। इशारा साफ तौर पर महेंद्र सिंह धोनी की धीमी बल्लेबाजी को लेकर है। 52 गेंद में 28 रन की पारी के बाद महान सचिन तेंदुलकर भी उनकी आलोचना को मजबूर हो गए। देखने वाली बात यह होगी कि टीम मैनेजमेंट मध्यक्रम को लेकर क्या परिवर्तन करता है। एक बात तय है यहां वेस्टइंडीज हारा तो वह खिताब की दौड़ से बाहर हो जाएगा।
धोनी ने अब तक विश्व कप में 34(46), 27(14), 1(2), 28(52) की पारियां खेली हैं, लेकिन अफगानिस्तान के खिलाफ उनकी धीमी बल्लेबाजी ने टीम इंडिया की मुश्किलों को बढ़ा दिया। विश्व विजेता बनने की राह में आगे के मुकाबलों में इस तरह का जोखिम नहीं लिया जा सकता है। समस्या नंबर चार से शुरू होती है। विजय शंकर पहली बार अफगानिस्तान के खिलाफ इस नंबर पर खेले। उन्होंने भी 41 गेंद में 29 रन बनाए। उनके बाद आए धोनी की धीमी बल्लेबाजी ने टीम पर दबाव बना दिया। देखने वाली बात यह होगी  वेस्टइंडीज के खिलाफ टॉप आर्डर के विफल रहने पर केदार जाधव को धोनी से ऊपर लाया जाता है या नहीं।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच अब तक आठ मुकाबले
भारत और वेस्टइंडीज के बीच अब तक विश्व कप में आठ मुकाबले हो चुके हैं। इनमें पांच में भारत को सफलता मिली है। खास बात यह है कि वेस्टइंडीज ने अंतिम बार विश्व कप में भारत को 1992 में हराया था। तब से भारत 1996, 2011, 2015 में वेस्टइंडीज से खेला है और सभी में जीत हासिल की है।
भारत के लिए ओल्ड ट्रेफर्ड है बेहद खास
भारत के लिए ओल्ड ट्रेफर्ड बेहद खास है। यह वही मैदान है जिस पर 1983 के विश्व कप का भारत ने पहला मैच खेला था और इस मुकाबले में क्लाइव लॉयड की बेहद मजबूत वेस्टइंडीज को 34 रनों से पटखनी दी थी। इस जीत की पटकथा यशपाल शर्मा की 89 रनों की पारी ने लिखी थी। इसी मैदान पर भारत ने हाल ही में पाकिस्तान को भी हराया है। Read more

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