अमेरिका और ईरान के रिश्ते हमेशा से तल्ख रहे हैं, लेकिन इन दिनों तनाव इतना बढ़ गया है
नई दिल्ली। अमेरिका और ईरान के रिश्ते हमेशा से तल्ख रहे हैं, लेकिन इन दिनों तनाव इतना बढ़ गया है कि दोनों युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के राजदूत बनकर तेहरान जाने की कवायद भी फेल हो चुकी है। ईरान द्वारा अमेरिकी ड्रोन मार गिराने के बाद अमेरिका हमला करने जा रहा था कि अंतिम समय में खुद को रोका। चिंगारी सुलग उठी है। वैश्विक मामलों पर गहरी नजर रखने वालों की मानें तो कभी भी यह ज्वालामुखी के धधक उठने का सबब बन सकती है।
बता दें कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय ईरान और अमेरिका के बीच की गई परमाणु समझौते को डोनाल्ड ट्रंप ने आठ मई, 2018 को तोड़ दिया। ऐसा कर उन्होंने अपने चुनावी वायदे को पूरा भी किया। इस कदम ने दुनिया के ताकतवर देशों के बीच एक तनाव पैदा करने का काम किया। हालांकि, अमेरिका के डील से हटने के बाद भी फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी, रूस, चीन और ईरान ने इस करार से बंधे रहने का फैसला किया था। Read more
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