केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहला आम बजट पेश किया
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहला आम बजट पेश किया| उन्होंने चाणक्य नीति और उर्दू शायरी का इस्तेमाल किया| निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘चाणक्य नीति कहती है- कार्य पुरुषा करे, ना लक्ष्यम संपा दयाते’ यानी इच्छाशक्ति के साथ किए प्रयासों से लक्ष्य जरूर हासिल कर लिया जाता है.
इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने उर्दू की एक शायरी भी पढ़ी. उन्होंने कहा, ‘यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है’| आपको बता दें कि ये शायरी उर्दू के मशहूर शायर मंजूर हाशमी की है जिसका मतलब है कि अगर आपको खुद पर यकीन हो तो हवा का सहारा लेकर भी चिराग जल जाता है|
उन्होंने बजट भाषण में बताया कि 2014 में अर्थव्यवस्था 1.8 ट्रिलियन डॉलर थी जो पांच साल में बढ़कर यानी 2019 में 2.7 ट्रिलियन डॉलर हो गई और अब इसे बढ़ाकर 5 ट्रिलियन डॉलर करना है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचने के लिए मुख्य तौर पर तीन बिंदुओं का जिक्र किया| Read more
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